बाबा
नमस्कार,
शास्त्र घोटाला : पाप का परदा फ़ाश, झूठी अफ़वाहों का उत्तर
क्षुद्र दलगत भावप्रवणता की मानसिक व्याधि से ग्रसित कुछ लोग, अपनी विशेष क्षेत्रीय भाषा को सर्वोच्च मानकर, अन्य भाषाओं में दिए गए सद्गुरु बाबा के प्रवचनों के साथ सौतेला व्यवहार किया । ऐसे लोग अपने पाप को ढकने के लिए खुले-आम बाबा के नाम पर झूठी, मन गढ़ंत कथा सुनाते हैं कि “बाबा बंगाली भाषा का पक्ष लेते थे, और बाबा का आदेश है कि बाबा के हिन्दी प्रवचनों से सीधे हिन्दी पुस्तक नहीं बनेगी पहले बंगालीकरण होगा |” ये लोग घोषणा करते हैं कि बाबा के हिन्दी प्रवचन सीधे हिन्दी पुस्तक में नहीं छापे जा सकते, पहले उन्हें बंगाली होकर जाना पड़ेगा, तभी परमपुरुष बाबा के हिन्दी प्रवचन हिन्दी पुस्तक में छापे जा सकते हैं ।
इन तुच्छ लोगों ने तारकब्रह्म बाबा को एक गया गुज़रा पक्षपाती आदमी जैसा दर्शाने का जघन्य पाप किया है | सर्वविदित है बाबा का आदेश कि उनके हिन्दी प्रवचनों से सीधे हिन्दी पुस्तकें बनेंगी | जैसा DMC में होता था | बाबा हिन्दी में बोलते, मार्गी सीधे हिन्दी में सुनते | बाबा और मार्गियों के बीच सीधा सम्पर्क था, बीच में बंगालीकरण नहीं था | आज भी मार्गी बिना बंगालीकरण के सीधे बाबा के हिन्दी आप्तवाक्य विशुद्ध पुस्तक में पढ़ेंगे | बाबा जिस भाषा में प्रवचन दिए हैं वही मूल है | ऐसे पापी जो अन्य भाषाओं का शोषण कर रहें हैं उनका पतन अनिवार्य है |
बाबा
नमस्कार
प्रफुल्ल चक्रवर्ती
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Alert, Be Aware: Agents are spreading false rumours in the name of Bábá
BABA
Namaskar,
Sadguru Bábá guides us that it takes one with a big heart and an expanded mind to accept their mistake and mend their ways. Without that, small-minded people just dig their heels in when someone points out their nefarious deeds.
In Neohumanism, Bábá guides us that those notorious people create one bogus justification after another to defend their sinful behaviour. They never admit their sin and rectify themselves. But in the end they will be destroyed.
That is what polluters of Bábá’s teachings are doing with regard to Bangalisation-- they cannot accept their misdeeds and negative dealings so they are creating fictitious stories - one after another and deploy their stooges to confuse Márgiis by calling them one after another on the phone and telling imaginary stories in the name of Bábá to cover up their sin. So, be aware about this. We have to save Bábá’s teachings. And the true teachings should be spread to the entire humanity. That is the main task of this era-- to save the teachings of the third Mahásambhúti.
BABA
Namaskar,
Ranjaná Basu